रावण या बुराई
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रावण आयो , रावण आयो ,
हु..हु .. हा ..हा.. रावण आयो |
साचो आयो झूठों आयो ,
रावण आयो रावण आयो |
सदियो से ओ रावण आवे ,
साचो आवे झूठों आवे ,
सब भारत रा लोग जलावे |
खुशी मनावे गीत है गावे ,
नाच करे त्योंहार मनावे |
रावण ने सब क्यों जलावे ,
उड़तों ' पंछी ' करे विचार |
राम के हाथों रावण मरगयों ,
मरणे सू पहला बुराई हरग्यों |
स्वर्ग द्वार सू बोल्यों रावण ,
मरयादा सू दियो हैं जीवन |
राम ने क्षमा दान दिवायों ,
मिटा बुराई दिवाली लायो |
साचो आयो झूठों आयो ,
रावण आयो रावण आयो |
सदियो से ओ रावण आवे ,
साचो आवे झूठों आवे ,
सब भारत रा लोग जलावे |
खुशी मनावे गीत है गावे ,
नाच करे त्योंहार मनावे |
रावण ने सब क्यों जलावे ,
उड़तों ' पंछी ' करे विचार |
राम के हाथों रावण मरगयों ,
मरणे सू पहला बुराई हरग्यों |
स्वर्ग द्वार सू बोल्यों रावण ,
मरयादा सू दियो हैं जीवन |
राम ने क्षमा दान दिवायों ,
मिटा बुराई दिवाली लायो |
रावण फिर भी आज जले ला ,
बुराई सब रे साथ चले ला |
उड़तों ' पंछी ' करे है आस ,
रावण जले- नजले ,
पर ' सज्जन ' जलावे बुराई आज |
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महावीर 'पंछी '
2 comments:
jai bheem jai bharat
क्या गजब लिखा है ।
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